सागरजी बोहत शुक्रिया इस गीत को सुनवाने के लिए। मेरा अपना मानना है की इस गीत में रफी साहब और किशोर कुमार और कोई अन्य गायक नज़र आते हैं। अगर आप बड़े ही गौर से इस गीत को सुनें तो रफी साहब की झलक शुरू से ही व्यक्त होती है। पहली दो पंक्तियों को बार बार सुनने के उपरांत मुझे विश्वास हो चला है की इस गीत को तीन गायकों ने गाया है जिसमे रफी साहब और किशोर कुमार की आवाजें साफ़ पहचानी जाती हैं। इस पहेली के सुलझने का इंतज़ार है।
No comments:
Post a Comment