ये चिलमन के चंद लम्हे बस यू ही गुजर जाना है
चिलमन बस हटते ही दोनों फिर एक हो जाना है
रौनक थी मेरे घर की, घर रोशन करेगी उनका
जो अभी तक यहाँ थी अब इसे अपने घर जाना है
मंगल हो इन दोनों का बंधन, सभी का आशीर्वाद हो इन्हे,
युगों युगों तक सिरिशा और प्रमोद की जोड़ी शास्वत रहे,
चिलमन के हटते ही वर और वधु बंध जाएँ पक्के डोर से,
आकांक्षाओं और सफल्तायों से इनकी झोली सदा भरी रहे
हटे
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